PUBLISHED : Aug 23 , 3:38 AM
उज्जैन के त्रिवेणी घाट पर नवग्रह शनि मंदिर है. यह मंदिर उज्जैन सांवेर इंदौर मार्ग पर शिप्रा के त्रिवेणी संगम पर स्थित है. यहां देश विदेश के श्रद्धालु आते हैं. इस मंदिर का इतिहास राजा विक्रम आदित्य से जुड़ा हुआ है.शनिश्चरी अमावस्या पर मोक्षदायिनी शिप्रा नदी के जल से भक्त स्नान करते हैं. सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र से आए श्रद्धालुओं को भीड़ देखने को मिलती है. पुजारी ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि साल में जितनी भी अमावस्या आती है उसमे शनिश्चरी अमावस्या महत्वपूर्ण है. इस दौरान जो भक्त इस शनि मंदिर का दर्शन करता है. उस पर शनिदेव की साढ़े साती व ढैय्या का प्रभाव कम होता है.