PUBLISHED : May 01 , 2:37 AM
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार की योजनाओं से आज समाज बेटियों को वरदान मानने लगा है और महिला सशक्तिकरण के साथ सामाजिक क्रांति भी हो रही है।उन्होंने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना से प्रदेश में लिंगानुपात के अंतर में काफी कमी आई है। योजना का प्रतिफल यह भी रहा कि अब प्रदेश में बेटियों को अभिशाप नहीं वरदान माना जा रहा है। बेटियाँ पढ़-लिख कर आत्म-निर्भर बन रही है और प्रदेश के विकास में सहभागिता कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन बेटियो की शिक्षा का इंतजाम और उनके विवाह का खर्च भी राज्य सरकार उठा रही है। लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रभावी असर से अब बेटियो को बोझ नहीं माना जाता है। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों और सरकारी नौकरियों में आरक्षण के प्रावधान से प्रदेश की महिलाएँ सशक्त हुई हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना भी गरीब बहनों की जिंदगी को बदल देगी। योजना में 23 से 60 वर्ष की बहनों को अब समाज एवं परिवार में मान-सम्मान के साथ जीवन जीने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि योजना में अब तक एक करोड़ 21 लाख बहनें फार्म भर चुकी हैं। प्रत्येक पात्र बहन को योजना का लाभ 1000 हजार रूपये जून माह से मिलना शुरू हो जायेगा।